एक्सक्लूसिव: हिमाचल प्रदेश में फंसे इज़रायली और अन्य देशों के नागरिकों को जल्द बचाया जाएगा, संपर्क करने की कोशिश जारी

राज्य में कार्यरत आईपीएस अधिकारी डॉ कार्थीकेयन गोकुलचन्द्रन ने स्टेटक्राफ्ट डेली से बात करते हुए कहा कि " प्रशासन उनकी संख्या और जगह पता लगाने की कोशिश कर रही है।"

जुलाई 12, 2023
एक्सक्लूसिव: हिमाचल प्रदेश में फंसे इज़रायली और अन्य देशों के नागरिकों को जल्द बचाया जाएगा, संपर्क करने की कोशिश जारी
ट्विटर .डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, आईपीएस/फेसबुक

इज़रायली विदेश मंत्रालय ने कल दिए गए एक बयान में कहा कि बाढ़ प्रभावित हिमाचल प्रदेश में लगभग 120 इज़रायलियों से अब भी संपर्क नहीं बन पाया है।" इस बारे में राज्य में कार्यरत आईपीएस अधिकारी डॉ कार्थीकेयन गोकुलचन्द्रन ने स्टेटक्राफ्ट डेली से बात करते हुए कहा कि प्रशासन फंसे हुए विदेशियों के बारे में पता लगाने और उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।

साथ ही उन्होंने कहा कि " प्रशासन उनकी संख्या और जगह पता लगाने की कोशिश कर रही है।"

अचानक आयी बाढ़ में फंसे विदेश पर्यटक 

ख़बरों के अनुसार कई इज़रायलियों के दोस्तों और परिवारों ने विदेश मंत्रालय को सूचना दी है कि वे अपने प्रियजनों तक पहुंचने में असमर्थ हैं। नई दिल्ली में इज़रायल के वाणिज्य दूतावास के अनुसार, समस्या मुख्य रूप से क्षतिग्रस्त संचार बुनियादी ढांचे और रिसेप्शन की कमी की वजह से हो रही है।

मंत्रालय ने यह भी कहा कि "विदेश मंत्रालय, ज़मीनी स्तर पर अन्य लोगों के साथ, यात्रियों तक पहुँचने की कोशिश कर रहा है।"

प्रशासन उठा रही है कदम 

आपीएस अधिकारी ने बताया कि कुछ ख़ास जगहें है, जहाँ पर्यटक जाते है, लेकिन बारिश से हुए भूस्खलन की वजह से रास्ते बंद होने हो चुके है। राज्य कई तरह के वाहन, जैसे जेसीबी आदि से रास्ते साफ़ करने की कोशिश कर रहा है। 

ये कहते हुए कि लोग लम्बे समय तक वहां नहीं रह सकते, जैसे जैसे रास्ते साफ़ हो रहें है, वैसे वैसे लोगों को निकाला जा रहा है। राज्य के मोबाइल नेटवर्क टावर को ठीक करने की कोशिश की जा रही है, जिससे की लापता लोग दूसरे देश में अपने परिवारजनों से बात कर सकें। साथ ही, प्रशासन भी तब उनसे संपर्क बना उनकी मदद कर सकेगा। 

कल की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार तीन विदेशी महिलाएं कई अन्य भारतीय पर्यटकों के साथ स्पीति घाटी के चंद्रताल में फंसी हुईं हैं। इस मामले पर बोलते हुए डॉ कार्थीकेयन ने कहा कि स्पीति में अधिक बर्फ़बारी की वजह से बचाव कार्य के लिए मूल्यांकन जैसे कि इलाके की स्थिति, पर्यटकों का स्वास्थ्य (वो लोग वहां से यात्रा करने की हालत में हैं या नहीं) आदि का ध्यान रखना ज़रूरी है। 

उन्होंने आश्वासन दिया कि इन स्थितियों के मद्देनज़र ज़रूरत पड़ने पर इन विदेशी पर्यटकों को विमान सेवा के ज़रिए भी बचाए जाने की सुविधा है। 

साथ ही उन्होंने बताया कि "विदेश पर्यटक पुलिस मुख्यालय में फ़ोन कर अपने प्रियजनों की जानकारी अलग से दर्ज करा सकते हैं।"

उन्होंने फंसे हुए पर्यटकों के परिवारजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि प्रशासन उन तक पहुँचने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने ऐसे समय में लोगों से शांत रहने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें राज्य के साथ-साथ स्थानीय लोगों की मदद भी मिल रही है।

कल रात भी प्रशासन ने राज्य में कई रास्तों को बहाल किया है।  

लेखक

Sushmita Datta

Writer and Translator