भारत ने आतंकवाद विरोधी संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी के नेतृत्व में एक अंतर-एजेंसी भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 25 नवंबर 2021 को भूटान द्वारा आयोजित आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराध (जेडब्ल्यूजी-सीटीटीसी) पर बिम्सटेक संयुक्त कार्य समूह की 9वीं बैठक में भाग लिया। बैठक में सभी बिम्सटेक सदस्य देशों ने भाग लिया, जिसमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं।
भारत आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराध (जेडब्ल्यूजी-सीटीटीसी) पर बिम्सटेक संयुक्त कार्य समूह के लिए अग्रणी देश है, जो खुफिया जानकारी साझा करना, कानूनी और कानून प्रवर्तन, धन शोधन रोधी और आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करना, मानव तस्करी, स्वापक दवाएं, मन:प्रभावी पदार्थ और पूर्वगामी रसायन, कट्टरता और आतंकवाद का मुकाबला करने पर छह उप-समूहों की देखरेख करता है।
बैठक में बिम्सटेक क्षेत्र में उभरते पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा खतरों पर चर्चा हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने लश्कर, जैश, हिजबुल मुजाहिद्दीन आदि जैसे आतंकवादी समूहों से सीमा पार आतंकवाद से उत्पन्न खतरों और मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध हथियारों की तस्करी आदि जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध पर प्रकाश डाला। बैठक में सहयोग बढ़ाने के लिए व्यापक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया और षेत्र में आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों का मुकाबला करने में सहयोग सिफारिशें की गई।
बैठक में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध और अवैध नशीली दवाओं की तस्करी का मुकाबला करने में सहयोग पर बिम्सटेक कन्वेंशन के कार्यान्वयन के तौर-तरीकों पर भी चर्चा हुई, जो सभी सदस्य राज्यों द्वारा अनुसमर्थन पर 16 मार्च 2021 को लागू हुआ। भारत 2022 में काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम्स (जेडब्ल्यूजी-सीटीटीसी) पर बिम्सटेक संयुक्त कार्य समूह की दसवीं बैठक की मेज़बानी करेगा।