भारत, इटली परामर्श बैठक में भारत-यूरोपीय संघ सहयोग और ऊर्जा रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा

इसी के साथ दोनों पक्षों ने भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों पर भी चर्चा की और यूरोपीय संघ के साथ भारत के मुक्त व्यापार और निवेश समझौतों पर जल्द से जल्द बातचीत शुरू करने की आवश्यकता पर सहमत हुए।

फरवरी 15, 2022
भारत, इटली परामर्श बैठक में भारत-यूरोपीय संघ सहयोग और ऊर्जा रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा
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भारत-इटली विदेश कार्यालय की परामर्श बैठक का 8वां सत्र 14 फरवरी 2022 को रोम, इटली में आयोजित किया गया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में सचिव रीनत संधू और इटली के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में वैश्विक मामलों के महानिदेशक लुका सब्बाटुची ने किया। पिछली बैठक कोविड-19 से पहले 2019 में नई दिल्ली में आयोजित की गयी थी।

दोनों देशों ने राजनीतिक, व्यापार और आर्थिक, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, स्वास्थ्य, कांसुलर और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान और व्यापक क्षेत्रों में सहयोग को और गहन करने के लिए दोनों पक्षों की साझा प्रतिबद्धता के कारण द्विपक्षीय संबंधों में नई गति पर संतोष व्यक्त किया।

उन्होंने नवंबर 2020 में वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान कार्य योजना के कार्यान्वयन में प्रगति का जायज़ा लिया और अक्टूबर 2021 में दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा शुरू की गई ऊर्जा परिवर्तन पर रणनीतिक साझेदारी का स्वागत करते हुए कहा कि यह देशों के बहुआयामी संबंधों को गहरा करने के लिए नए अवसर प्रदान करता है। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार दोनों देशों ने कहा कि इन पहलों ने दोनों देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाया है और इसमें कई नए आयाम जोड़े है। 

इसी के साथ दोनों पक्षों ने भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों पर भी चर्चा की और यूरोपीय संघ के साथ भारत के मुक्त व्यापार और निवेश समझौतों पर जल्द से जल्द बातचीत शुरू करने की आवश्यकता पर सहमत हुए। भारत ने यूरोपीय संघ के हिंद-प्रशांत दिशानिर्देशों और भारत-यूरोपीय संघ कनेक्टिविटी साझेदारी के कार्यान्वयन में इटली की रुचि का स्वागत किया।

इस बैठक में में पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों को भी शामिल रहें, जिसमें विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बहुपक्षीय सहयोग शामिल है। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रूप से और क्षेत्रीय और बहुपक्षीय संदर्भ में परामर्श और सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों पक्ष नई दिल्ली में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर अगला परामर्श आयोजित करने पर सहमत हुए।

लेखक

Statecraft Staff

Editorial Team