15 नवंबर 2021 को भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना द्वारा एक संयुक्त एयरलिफ्ट अभ्यास, 'ऑप हरक्यूलिस' शुरू किया गया है। इस उच्च तीव्रता वाले एयरलिफ्ट का उद्देश्य उत्तरी क्षेत्र में रसद आपूर्ति को मजबूत करना और परिचालन क्षेत्रों में शीतकालीन भंडार को बढ़ाना है।
एयरलिफ्ट के लिए उपयोग किए गए प्लेटफॉर्म सी-17, आईएल-76 और एएन-32 विमान थे, जिन्होंने पश्चिमी वायु कमान के एक अग्रिम बेस से उड़ान भरी थी। यह प्रयास भारतीय वायु सेना की अंतर्निहित भारी भारोत्तोलन क्षमता का वास्तविक समय का प्रदर्शन है, जिसने अतीत के दौरान किसी भी आकस्मिकता का शीघ्रता से जवाब देने की क्षमता सुनिश्चित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब चीन भारत-चीन सीमा के पास अपने बुनियादी ढांचे और रसद पहुंच को भी बढ़ा रहा है। साथ ही हाल ही में चीन ने एक कानून पारित किया है जो उसे अनुसार प्रादेशिक अखंडता और भूमि की सीमाओं की रक्षा के लिए उपाय करने और क्षेत्रीय संप्रभुता और भूमि सीमाओं को कमजोर करने वाले किसी भी कार्य से बचाव करने और उसका मुकाबला करने का अधिकार देता है। इसी के साथ चीन ने भारत-चीन सीमा के पास कई दोहरे प्रयोग में आने वाले गावों का निर्माण किया है जिसको ज़रुरत के अनुसार बदल कर सैन्य गतिविधि के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।