रविवार को, भारतीय तटरक्षक बल के एक रक्षा अधिकारी ने पुष्टि की कि 10 चालक दल के सदस्यों को ले जा रही एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव को एक दिन पहले गुजरात तट से रोक लिया गया और पकड़ लिया गया है।
"यासीन" नामक नाव भारतीय जल में 11 किलोमीटर अंदर 2,000 किलोग्राम मछली और 600 लीटर ईंधन के साथ मिली थी। नाव द्वारा तटीय अधिकारियों से बचने का प्रयास करने के बाद सुरक्षा चेतावनी जारी की गयी थी। इसके बाद, चालक दल के सदस्यों को पकड़ लिया गया और तटरक्षक बल द्वारा आगे की पूछताछ के लिए पोरबंदर ले जाया गया।
पूछताछ के दौरान पता चला कि चालक दल के पास कोई दस्तावेज नहीं था। साथ ही न उन्होंने भारतीय जलक्षेत्र में अपनी उपस्थिति के लिए कोई ठोस वजह नहीं दी। हालांकि, इस बात की पुष्टि हुई कि नाव पाकिस्तान के केटी बंदर में पंजीकृत है।
The @IndiaCoastGuard 🚢 Ankit apprehended Pakistani 🚣 'Yaseen' with 10 crew in Indian waters at Arabian Sea during Night Ops on 08 Jan
— PRO Defence Gujarat (@DefencePRO_Guj) January 9, 2022
Boat being brought to Porbandar for further interrogation@PMO_NaMo @CMOGuj @AjaybhattBJP4UK @Bhupendrapbjp @NIA_India @dgpgujarat @ANI pic.twitter.com/izf8GedLUb
नौकाओं के भारतीय जल में भटकने और भारत की अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) का उल्लंघन करने की ऐसी घटनाओं में वृद्धि हुई है। भारतीय तटरक्षक बल ने कथित तौर पर पिछले साल सितंबर में गुजरात के पास चालक दल के 12 सदस्यों के साथ एक पाकिस्तानी जहाज को रोका; ऐसी ही एक और घटना दिसंबर में सामने आई थी।
पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा भी इसी तरह की घुसपैठ की सूचना दी गई है। पिछले साल नवंबर में, पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने कथित तौर पर "जलपरी" नाव पर सवार सात मछुआरों पर गोलियां चलाईं, जिसके परिणामस्वरूप एक 32 वर्षीय भारतीय मछुआरे की मौत हो गई। गोलीबारी के दौरान एक अन्य मछुआरा घायल हो गया, जिसमे भारतीय अधिकारियों का कहना है कि यह हमला अकारण था। हालांकि, पाकिस्तान ने कहा कि भारतीय मछुआरों ने पाकिस्तानी जलक्षेत्र में अवैध रूप से अतिक्रमण किया और पीएमएसए ने कई चेतावनियां दी थीं जिन पर ध्यान नहीं दिया गया था।
इसके अलावा, देश में ड्रग्स की तस्करी के लिए नावों के इस्तेमाल में भी वृद्धि हुई है। पिछले महीने, तटरक्षक बल ने 77 किलोग्राम हेरोइन ले जा रहे छह चालक दल के सदस्यों के साथ एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव को पकड़ा था। इसी तरह, मोरबी में एक ऑपरेशन के परिणामस्वरूप 600 करोड़ रुपये की हेरोइन की खेप जब्त की गई।
हर साल दोनों पक्षों की ओर से इन बार-बार घुसपैठ के परिणामस्वरूप, भारत और पाकिस्तान अपने कांसुलर एक्सेस एग्रीमेंट के अनुसार कैदियों की एक सूची का आदान-प्रदान करते हैं, जिसमें उनकी हिरासत में मछुआरों की संख्या का विशेष उल्लेख होता है। समझौते के लिए दोनों देशों को 1 जनवरी और 1 जुलाई को अपनी सूची जमा करनी होगी। इस महीने, पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग को सूचित किया कि उसके पास वर्तमान में 628 भारतीय कैदी हैं, जिनमें से 51 नागरिक हैं और 577 मछुआरे हैं। इसी तरह, भारत ने कहा कि वर्तमान में उसकी हिरासत में 355 पाकिस्तानी कैदी हैं; इनमें से 282 नागरिक हैं और 73 मछुआरे हैं।