महामारी, आतंकवाद,जलवायु परिवर्तन अमेरिका यात्रा का प्रमुख मुद्दा होंगे: प्रधानमंत्री मोदी

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री 22-25 सितंबर, 2021 तक अमेरिका की यात्रा पर होंगे। इस दौरान वह क्वाड की बैठक में भी हिस्सा लेंगे।

सितम्बर 22, 2021
महामारी, आतंकवाद,जलवायु परिवर्तन अमेरिका यात्रा का प्रमुख मुद्दा होंगे: प्रधानमंत्री मोदी
SOURCE: THE INDIAN EXPRESS

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री 22-25 सितंबर, 2021 तक अमेरिका की यात्रा पर होंगे। इस दौरान वह क्वाड की बैठक में भी हिस्सा लेंगे। 

अपने प्रस्थान विवरण में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बिडेन के साथ भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। साथ ही उन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों का पता लगाने के लिए उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलने के लिए भी उत्सुक जताई।

उन्होंने इस विवरण में क्वाड बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि वह इसमें राष्ट्रपति बिडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ पहले व्यक्तिगत रूप से क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन इस साल मार्च में देशों के बीच हुए आभासी शिखर सम्मेलन के परिणामों का जायजा लेने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए उनके साझा दृष्टिकोण के आधार पर भविष्य की गतिविधियों के लिए प्राथमिकताओं की पहचान करने का अवसर प्रदान करेगा।

साथ ही इसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री सुगा से उनके संबंधित देशों के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लेने और क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हमारे उपयोगी आदान-प्रदान को जारी रखने के लिए भी मुलाकात करेंगे।

उन्होंने कहा कि बैठक में कोविड -19 महामारी, आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों सहित वैश्विक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

अंत में प्रधानमंत्री ने उम्मेदी ज़ाहिर की कि अमेरिका की उनकी यात्रा अमेरिका के साथ व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने, देशों के बीच रणनीतिक भागीदारों जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों को मजबूत करने और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने का एक अवसर होगा।

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Statecraft Staff

Editorial Team