उत्तर कोरिया ने शनिवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के परीक्षण के बाद सोमवार को जापान की ओर कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। हाल के परीक्षण प्रशांत को "फायरिंग रेंज" में बदलने के लिए देश के नेतृत्व द्वारा धमकी दिए जाने के बाद किए गए है।
बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण
सोमवार को, उत्तर कोरिया ने पुष्टि की कि उसने एक से अधिक रॉकेट लांचर से दो प्रोजेक्टाइल दागे, जिनका लक्ष्य क्रमशः 395 किमी और 337 किमी दूर था।
राज्य की समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि 600 मिमी का एकाधिक रॉकेट लॉन्चर उत्तर कोरियाई सेना का "नए प्रकार का एकाधिक प्रक्षेपण से सटीक हमला करने वाली हथियार प्रणाली है।
North Korea’s state-run television aired the test launch of a long-range ballistic missile into the sea off Japan's west coast after warning of a strong response to military drills by South Korea and the United States https://t.co/VNLjrFRyhx pic.twitter.com/DURArWKTxC
— Reuters Asia (@ReutersAsia) February 19, 2023
जापानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मिसाइल लगभग 100किमी और 50किमी की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंची और जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिर गई।
आईसीबीएम परिक्षण
उत्तर कोरिया ने शनिवार को ह्वासोंगफो-15 आईसीबीएम दागा, जो जापान के पश्चिमी तट के पास समुद्र में गिरा।
केसीएनए ने कहा कि अचानक आयोजित परीक्षण का उद्देश्य पुनः पुष्टि करना और हथियार प्रणाली की विश्वसनीयता को सत्यापित करना था। साथ ही, यह सेना की तैयारियों को बढ़ाने और उत्तर कोरिया के परमाणु प्रतिरोध की "प्रभावशीलता और युद्ध क्षमता" की जांच करने के उद्देश्य से भी किए गए है।
इसमें कहा गया है कि मिसाइल 5,768.5 किमी की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंची और कोरिया के पूर्वी सागर में "पूर्व निर्धारित क्षेत्र को सटीक रूप से हिट करने" से पहले 4,015 सेकंड के लिए 989 किमी की उड़ान भरी।
North Korea has confirmed that the intercontinental ballistic missile it fired Saturday was the Hwasong-15, which it said was part of a "surprise" exercise to test its war readiness with a "mobile and mighty counterattack." pic.twitter.com/wyL2rWdIee
— NEXTA (@nexta_tv) February 19, 2023
उत्तर कोरिया की धमकी
प्योंगयांग ने कहा कि उसका हालिया "अचानक किए गए" ड्रिल "वर्तमान स्थिति" से उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए आयोजित किया गया था, क्योंकि अमेरिका और दक्षिण कोरिया से सैन्य खतरे इस हद तक गंभीर हो रहे हैं कि इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। इसने कहा कि इसका परीक्षण "शत्रुतापूर्ण ताकतों" पर "घातक परमाणु पलटवार" करने की इसकी क्षमता का प्रमाण है।
किम यो जोंग, वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति की उप विभाग निदेशक और सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन की बहन ने सोमवार को एक बयान में कहा कि "उत्तर कोरिया की फायरिंग रेंज के रूप में प्रशांत क्षेत्र का उपयोग करने की आवृत्ति अमेरिकी सेना की कार्यवाही पर निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि देश के पास "संतोषजनक तकनीक और क्षमता" है और अब "अपने बल की मात्रा बढ़ाने" पर ध्यान केंद्रित करेगा।
Official Footage- North Korea launching ‘#HWASONG-15’ #ICBM under a ‘Sudden launching drill’ in response to US-S Korea bilateral exercise. The #missile flew 989 Km in 66 minutes, reached an altitude of 5768 Km and reportedly landed into Sea of #Japan. #NorthKorea #US #SouthKorea pic.twitter.com/8n0MZErUYW
— EurAsian Times (@THEEURASIATIMES) February 20, 2023
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने लॉन्च को "गंभीर उकसावे" के रूप में कड़ी निंदा की और तत्काल समाप्ति का आह्वान किया।
इसके अलावा, दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्रालय ने सोमवार को उत्तर के हथियार कार्यक्रमों से जुड़े चार व्यक्तियों और पांच संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया। इनमें एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और दो सिंगापुर की शिपिंग फर्म शामिल हैं।
इसके अलावा, शनिवार आईसीबीएम परीक्षण ने अमेरिका को दक्षिण कोरिया और जापान के साथ रविवार को अलग-अलग संयुक्त हवाई अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया।
इस संबंध में, सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के प्रमुख चुंग जिन-सुक ने सोमवार को कहा कि दक्षिण को उत्तर से होने वाले खतरों का मुकाबला करने के लिए अपने स्वयं के परमाणु हथियार हासिल करने पर विचार करना चाहिए।
चुंग ने एक पार्टी बैठक के दौरान कहा कि “हमारे पास उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों पर एक स्पष्ट विकल्प है। हमें पहले एक ठोस परमाणु निवारक सुरक्षित करना चाहिए। हमें अपनी हमलावर श्रृंखला को मज़बूत करने की आवश्यकता है ताकि उत्तर कोरिया कभी भी अपने पैरों पर फिर से खड़ा न हो सके अगर वह कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु हथियारों का उपयोग करता है।"