रूस और भारत ने आतंकवाद में नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बताया खतरनाक

साथ ही, दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर आतंकवाद-रोधी सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।

मई 5, 2023
रूस और भारत ने आतंकवाद में नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बताया खतरनाक

भारतीय और रुसी विदेश मंत्रालयों द्वारा आयोजित की गयी भारत-रूस द्विपक्षीय परामर्श बैठक में भारत के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने 03-04 मई 2023 को आतंकवाद का मुकाबला करने पर 12वें भारत-रूस संयुक्त कार्य समूह और संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षीय मुद्दों पर  के लिए मॉस्को का दौरा किया।

03 मई को आतंकवाद से मुकाबले पर 12वें जेडब्ल्यूजी की सह-अध्यक्षता भारतीय सचिव और रूसी संघ के विदेश मामलों के उप मंत्री ओलेग सिरोमोलोतोव ने की। बैठक में दोनों पक्षों के संबंधित विभागों और एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

दोनों देशों ने आतंकवाद और उग्रवाद का मुकाबला करने में अपने अनुभव साझा किए और वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर मौजूदा आतंकवादी खतरों पर चर्चा की। रूसी पक्ष ने 2022 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की आतंकवाद-रोधी समिति के अध्यक्ष के रूप में भारत की भूमिका की सराहना की और भारत घोषणा को अपनाने का स्वागत किया, जिसमें आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित किया गया था। 

साथ ही, दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर आतंकवाद-रोधी सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।

संयुक्त राष्ट्र से संबंधित मुद्दों पर भारत-रूस द्विपक्षीय परामर्श 04 मई को रूसी संघ के विदेश मामलों के उप मंत्री सर्गेई वर्शिनिन के साथ आयोजित किया गया था। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् से संबंधित कई मुद्दों पर इसके सुधार सहित व्यापक चर्चा की। रूस ने संशोधित परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में भारत के लिए अपने समर्थन को दोहराया।

 

लेखक

Statecraft Staff

Editorial Team