रूसी अदालत ने नवलनी के संगठन को चरमपंथी करार देते हुए उस पर प्रतिबंध लगाया

यह निर्णय प्रभावी रूप से पूरे रूस में नवलनी फाउंडेशन फॉर फाइटिंग करप्शन (एफबीके) के सभी सदस्यों को सार्वजनिक कार्यालय पदों के लिए चुनाव लड़ने से रोकता है।

जून 10, 2021
रूसी अदालत ने नवलनी के संगठन को चरमपंथी करार देते हुए उस पर प्रतिबंध लगाया
SOURCE: GOOD WORD NEWS

मॉस्को सिटी कोर्ट ने बुधवार को क्रेमलिन के आलोचक अलेक्सेई नवलनी के संगठन को चरमपंथी करार देते हुए उस पर प्रतिबंध लगाया। यह प्रभावी रूप से नवलनी के फाउंडेशन फॉर फाइटिंग करप्शन (एफबीके) के सदस्यों को पूरे रूस में सार्वजनिक कार्यालय पदों को प्राप्त करने से रोकता है। यह संगठन से जुड़े अन्य व्यक्तियों जिनमें कार्यकर्ता, दानकर्ता, या यहां तक कि अपनी सामग्री साझा करने वाले भी शामिल हैं, पर भी आपराधिक मुकदमा चलाने का मार्ग प्रशस्त करता है।

अल जज़ीरा के अनुसार, सुनवाई गुप्त रूप से आयोजित की गई थी, जिसमें अदालत ने दावा किया था कि सत्र को सार्वजनिक करने से गोपनीय जानकारी का खुलासा होगा। रूसी अदालत के न्यायाधीश ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए नवलनी को सुनवाई में भाग लेने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। सुनवाई के बाद, अदालत ने संगठन को समाप्त करने और इसकी सभी संपत्तियों के स्वामित्व को रूसी संघ में स्थानांतरित करने का आह्वान किया।

अदालत के समक्ष मामले के अभियोजकों के प्रवक्ता एलेक्सी ज़ाफ़ायरोव ने कहा कि "यह पाया गया है कि इन संगठनों ने न केवल सरकारी अधिकारियों के खिलाफ नफरत और दुश्मनी को उकसाने वाली जानकारी का प्रसार किया, बल्कि चरमपंथी कार्रवाई भी की।" उन्होंने कहा कि एफबीके रूस में राजनीतिक संस्थानों को अस्थिर करने वाली गतिविधियों में शामिल था। नवलनी के एफबीके के अलावा, रूस के चरमपंथी संगठनों की सूची में आईएसआईएल (आईएसआईएस), अल-कायदा और जेहोवा के गवाहों सहित 30 से अधिक समूह शामिल हैं।

इस अदालत के फैसले की नवलनी के समर्थकों ने आलोचना की है, जो मानते हैं कि यह आगामी संसदीय चुनावों के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हराने के लिए विपक्ष को कोशिश को नाकाम करने की एक चाल है। 

एफबीके, जिसकी स्थापना 2011 में हुई थी, क्रेमलिन की के सबसे तीव्र आलोचकों में से रहा है। साथ ही इसने कई उच्च स्तरीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार पर जांच रिपोर्ट प्रकाशित की है। हालाँकि, अप्रैल में, संगठन के खिलाफ अदालत के आदेश के बाद, सभी गतिविधियों को निलंबित करने का आह्वान करते हुए, रूस भर में इसके सभी कार्यालयों को बंद कर दिया गया था।

इस फैसले की कई पश्चिमी देशों ने आलोचना भी की है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने निर्णय की निंदा व्यक्त करते हुए कहा कि "रूस ने देश के कुछ शेष स्वतंत्र राजनीतिक आंदोलनों में से एक को प्रभावी रूप से अपराधी घोषित कर दिया है।"

ब्रिटिश विदेश सचिव डॉमिनिक राब ने कहा कि "यह भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ खड़े होने वाले लोगों पर एक और काफ्का की तरह का हमला है जो खुले समाज के लिए और रूस में वास्तविक राजनीतिक विरोध को पूरी तरह से रोकने का जानबूझकर किया गया एक प्रयास है।"

इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने स्थिति को सम्पूर्णतःअनुचित करार दिया था। हालाँकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नवलनी की गिरफ्तारी और व्यवहार को राजनीति से प्रेरित बताया है, मॉस्को ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और जोर देकर कहा है कि सरकार की कार्यवाहीरूसी कानून के अनुरूप हैं।

अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बावजूद, जर्मनी से लौटने के बाद से नवलनी जनवरी से हिरासत में है। यह उनकें कथित रूप से राज्य द्वारा अधिकृत हत्या के प्रयास से उबरने के बाद हुआ है। 
धोखाधड़ी के आरोपों पर 2014 की निलंबित सज़ा के कई उल्लंघनों पर नवलनी वर्तमान में 2.5 साल की जेल की सज़ा काट रहे है।

लेखक

Statecraft Staff

Editorial Team