मंगलवार को, ऑस्ट्रेलियाई कोषाध्यक्ष जोश फ्राइडेनबर्ग ने 2021-22 के बजट में 74.6 बिलियन डॉलर के खर्च पैकेज की घोषणा की, जिसका उद्देश्य अगले दो वर्षों में आय और व्यवसाय करों में कटौती के साथ-साथ वृद्ध-देखभाल सुविधाओं, मानसिक स्वास्थ्य और बाल-संरक्षण सब्सिडी सहित सेवाओं के सामाजिक खर्चों में वृद्धि के माध्यम से 250,000 से अधिक नौकरियां पैदा करना है। फ्राइडेनबर्ग को उम्मीद है कि इससे देश को अपने क़र्ज़ के बोझ को कम करने में मदद मिलेगी, जो कि 2025 तक 1.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
फ्राइडेनबर्ग ने कहा कि यह महामारी बजट कम से कम 10 मिलियन श्रमिकों को कर रियायत प्रदान करेगा, जिसे छोटे व्यवसायों के लिए और कटौती द्वारा पूरक किया जाएगा। वृद्ध-देखभाल गृह उद्योग को वापस पटरी पर लाने के लिए 17.7 बिलियन डॉलर का बजट रखा गया है। साथ ही, प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर 2.7 बिलियन डॉलर, मानसिक स्वास्थ्य पर 2.3 बिलियन डॉलर और राष्ट्रीय विकलांगता बीमा योजना पर 13.2 बिलियन डॉलर खर्च किया जाएगा।
नए बजट की घोषणा के बाद, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने एक बयान जारी कर कहा कि इस ऐतिहासिक बजट में महिलाओं की सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा, स्वास्थ्य के लिए परिणामों में सुधार के नए उपायों पर 3.4 बिलियन डॉलर का खर्च किये जायेंगे। इसमें महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1.1 बिलियन डॉलर का फंड शामिल है और महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए 1.9 बिलियन डॉलर शामिल हैं। यह बाल-संरक्षण की सामर्थ्य में सुधार पर खर्च करने में 1.7 बिलियन डॉलर का पूरक होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, कानूनी सेवाओं तक पहुंच, श्रम बल की भागीदारी और नेतृत्व की स्थिति में प्रतिनिधित्व और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाना है।
दरअसल, 351 मिलियन डॉलर को विशेष रूप से देश में महिलाओं और लड़कियों की कई चिंताओं को दूर करने के लिए बनाया गया है, जिसमें चिंता और अवसाद, कैंसर और प्रजनन स्वास्थ्य, घरेलू हिंसा और कार्यस्थल उत्पीड़न शामिल हैं। इसके अलावा, रिसपेक्ट@वर्क यौन उत्पीड़न सर्वेक्षण के निष्कर्षों को लागू करने पर 9 मिलियन डॉलर खर्च किए जाएंगे और संसद में उत्पीड़न और कार्यस्थल की संस्कृति की जांच करने के लिए 3.5 मिलियन डॉलर का खर्च किया जाएगा।
बजट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय यात्रा के 2022 के मध्य तक सीमित रहने की संभावना है, जिसका अर्थ है कि बजट ने पर्यटन और अंतर्राष्ट्रीय छात्र ट्यूशन राजस्व में निरंतर कमी को ध्यान में रखा है। बजट में देश के टीकाकरण कार्यक्रम के लिए 1.9 बिलियन डॉलर शामिल है और इस वर्ष के अंत तक जनसंख्या-व्यापी कवरेज प्राप्त करना है। हालाँकि, आर्थिक नियोजकों के संज्ञान में यह तथ्य हैं कि अन्य देश जहां से यात्री आते हैं, वह उसी समय पर परिचालन नहीं कर सकते हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए, सरकार विदेशों में रह रहे कमज़ोर ऑस्ट्रेलिआई लोगों की मदद करने के लिए 119.9 मिलियन डॉलर खर्च रही है। उसी के साथ, 37.1 मिलियन डॉलर को विशेष रूप से भारत के कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करने के लिए दिया जाएगा। यह क्षेत्रीय वैक्सीन पहुंच के लिए 523 मिलियन डॉलर के अलावा अतिरिक्त राशि है, भारत-प्रशांत में वैक्सीन पहुंच को बढ़ाने के लिए क्वाड सदस्यों के साथ 100 मिलियन डॉलर की साझेदारी, इंडोनेशिया में 1.5 बिलियन डॉलर का ऋण और पापुआ गिनी के लिए 558 बिलियन डॉलर का ऋण का भी प्रावधान है।
हालाँकि, भारत-प्रशांत के देशों की मदद करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के अतिदेय के बावजूद, नवीनतम बजट की प्रवासियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने के लिए आलोचना की जा रही है, जिन्हें अब सरकारी लाभों को लेने में चार साल इंतज़ार करना होगा। यह 671 मिलियन डॉलर बचाने के लिए एक योजना का हिस्सा है और चार साल की प्रतीक्षा अवधि उन लोगों पर लागू होगी, जिन्हें अगले साल 1 जनवरी से शुरू होने वाली रेजीडेंसी प्रदान की जाएगी। यह माना जा रहा है कि यह 13,200 भावी प्रवासियों और 45,000 परिवारों को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही, सरकार अपने आव्रजन निरोध नेटवर्क के विस्तार पर 464.7 मिलियन डॉलर खर्च करेगी।
फ्राइडेनबर्ग ने इस सब को ध्यान में रखते हुए कहा कि "मुझे विश्वास है कि यह बजट रोज़गार पैदा करेगा और ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक सुधार को सुरक्षित करेगा।" उन्होंने मंगलवार को संसद में घोषणा की कि ऑस्ट्रेलिया वापस आ रहा है। अगले साल जीडीपी में 4.25% की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है, जबकि बेरोज़गारी 2023 में 5.6% से घटकर 4.75% और 2024 में 4.5% होने की उम्मीद है।