भारत और कैरिकॉम के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक 23 सितंबर 2022 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर आयोजित की गई। इस बैठक के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और बेलीज़ के विदेश, व्यापार और आव्रजन मंत्री माननीय एमोन कर्टेने ने बैठक की सह-अध्यक्षता की।
1/Warmly welcomed the convening by @DrSJaishankar of a #CARICOM-#India Foreign Ministers’ Meeting in the margins of #UNGA77 to discuss enhancing our South-South cooperation in areas such as #technology #health #pandemicmanagement and #development. @CARICOMorg @hcikingston pic.twitter.com/JgDR1OCglT
— Hon. Kamina J Smith (@kaminajsmith) September 24, 2022
यह बैठक सितंबर 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैरिकॉम देशों के नेताओं के साथ बैठक के बाद हुई है। बैठक में बारबाडोस, डोमिनिका, बहामास, ग्रेनेडा, गुयाना, जमैका, सेंट किट्स एंड नेविस, सेंट विंसेंट एंड द ग्रेनेडाइंस, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम के माननीय विदेश मंत्रियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने भारत और कैरिकॉम के देशों के बीच सहयोग में निरंतर प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने 2019 में कैरिकॉम के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के दौरान की गई घोषणाओं के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की।
दोनों पक्षों ने महामारी के बाद आर्थिक सुधार के संदर्भ में राजनीतिक जुड़ाव, और व्यापार और निवेश और सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने कैरिकॉम देशों की आवश्यकताओं के आधार पर आवश्यकतानुसार और विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों और विशेषज्ञों की प्रतिनियुक्ति सहित विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर भी विचार-विमर्श किया।
कैरिकॉम के नेताओं ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत द्वारा आवश्यक दवाओं और टीकों की आपूर्ति के माध्यम से व्यक्त की गई एकजुटता को स्वीकार किया और धन्यवाद दिया। दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, पारंपरिक दवाओं, आईटी के क्षमता निर्माण, संस्कृति और खेल जैसे सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर भी चर्चा की।
भारत ने कैरिकॉम के विदेश मंत्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर चल रहे सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। सभी नेता खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के साथ-साथ आपदा प्रबंधन और लचीलापन जैसे वैश्विक मुद्दों पर मिलकर काम करने पर सहमत हुए।
साथ ही, नेताओं ने बड़ी और जीवंत भारतीय डायस्पोरा द्वारा निभाई गई भूमिका और योगदान पर प्रकाश डाला, जो भारत और कैरेबियन क्षेत्र के बीच दोस्ती की एक स्थायी कड़ी के रूप में काम करना जारी रखे हुए है। सभी देश लोगों से लोगों के बीच संपर्क और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में काम करने पर सहमत हुए। भारत और कैरिकॉम के विदेश मंत्रियों की यह बैठक द्विपक्षीय और वैश्विक संदर्भों में अपने संबंधों को गहरा करने के लिए दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।