अमेरिका, रूसी सुरक्षा प्रमुखों की आगामी बिडेन-पुतिन शिखर सम्मेलन पर जेनेवा में वार्ता

अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने रणनीतिक स्थिरता पर विशेष ध्यान देने के साथ साथ पारस्परिक हित के मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा की।

मई 25, 2021
अमेरिका, रूसी सुरक्षा प्रमुखों की आगामी बिडेन-पुतिन शिखर सम्मेलन पर जेनेवा में वार्ता
US national security advisor Jake Sullivan
Source: ABC News

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच रिक्जेविक में हालिया वार्ता पर अनुवर्ती कार्रवाई के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने सोमवार को जेनेवा में रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव से मुलाकात की।

एक संयुक्त बयान में, सुरक्षा प्रमुखों ने कहा कि उन्होंने रणनीतिक स्थिरता पर विशेष ध्यान देने के साथ साथ पारस्परिक हित के मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर भी चर्चा की। लावरोव के साथ ब्लिंकन की बैठक के दौरान व्यक्त की गई चर्चा को प्रतिध्वनित करते हुए, अधिकारियों ने उल्लेख किया कि उनकी बातचीत मतभेदों के बावजूद रचनात्मक तरीके से संपन्न हुई जिससे उन्हें एक-दूसरे की स्थिति को बेहतर ढंग से समझने का अवसर मिला। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि कई क्षेत्रों में वर्तमान समस्याओं और मतभेदों में परस्पर स्वीकार्य समाधान मिल सकते हैं।

बैठक एक नियोजित अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखि जा रही है, जिसके अगले महीने होने की उम्मीद है। हालाँकि सम्मेलन की तारीख और स्थान का सटीक विवरण अभी जारी नहीं किया गया है, लेकिन ख़बरों के अनुसार बिडेन प्रशासन इस आयोजन को यूरोप के किसी तीसरे देश में होने की उम्मीद कर रहा है, जहाँ बिडेन ब्रिटेन में जी-7 और जून के मध्य में ब्रुसेल्स में नाटो शिखर सम्मेलन की बैठक में भाग ले सकते है। स्विस अख़बार टैग्स-अंज़ीगेर ने सोमवार को कहा कि जेनेवा को बिडेन और पुतिन के बीच पहली आमने-सामने बातचीत के लिए स्थान के रूप में चुना गया है और तैयारी शुरू करने के लिए एक अग्रिम अमरीकी मिशन पहले ही शहर में आ चुका है।

यूक्रेन और आर्कटिक में मॉस्को की सैन्य तैनाती, विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी के साथ सरकार के व्यवहार और साइबर युद्ध के आरोपों के कारण हाल के महीनों में अमेरिका-रूस संबंध तेज़ी से बिगड़े हैं। देशों ने कई जैसे को तैसा वाले राजनयिक निष्कासन भी किए है, जिसने संबंधों को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। पिछले बुधवार को प्रशासन ने आठ रूसी कंपनियों पर नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन में शामिल होने के लिए नए प्रतिबंध लगाए, जिसे अमेरिका यूरोपीय ऊर्जा सुरक्षा हितों के लिए खतरा मानता है। उसी समय, सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए एक जर्मन फर्म और उसके सीईओ (पाइपलाइन के निर्माण में भी शामिल) पर प्रतिबंधों को माफ़ कर दिया। शुक्रवार को वाशिंगटन ने पाइपलाइन के निर्माण में शामिल एक दर्जन से अधिक रूसी जहाज़ों को ब्लैकलिस्ट कर दिया।

हाल ही में, रूस के करीबी सहयोगी बेलारूस ने रविवार को ग्रीस से लिथुआनिया में एक निर्वासित विपक्षी कार्यकर्ता को ले जा रहे एक नागरिक विमान को जबरन मिन्स्क में उतरने के लिए मजबूर किया। रोमन प्रतासेविच की गिरफ़्तारी ने यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ-साथ अमेरिका से भी व्यापक अंतर्राष्ट्रीय निंदा को जन्म दिया है, लेकिन मॉस्को ने अपने साथी का बचाव करते हुए कहा है कि उसने परिस्थितियों के मद्देनज़र बिल्कुल उचित कार्यवाही की है।

लेखक

Statecraft Staff

Editorial Team