प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर 21-23 जून के बीच अमेरिका की यात्रा करेंगे।
यात्रा की रूपरेखा
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की यह पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा है। इस पहले द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के लिए 6 बार अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं।
अपनी यात्रा के पहले दिन वह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन में भाग लेंगे। साथ ही वे संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस के प्रस्ताव पर भी चर्चा करेंगे।
इसके बाद वह अमेरिका के प्रमुख हस्तियों और नेताओं से भी मिलेंगे।
इसके तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री मोदी वाशिंगटन जाएंगे जहाँ वह एक कौशल विकास और क्षमता निर्माण के कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य केंद्र दोनों देशों के लिए कौशल का विकास करना और उसी से जुड़ी नीतियों पर चर्चा करना होगा।
इसके बाद, मोदी बाइडन के साथ एक निजी चर्चा में भाग लेंगे, जिसके बारे में विदेश मंत्रालय ने कोई जानकारी नहीं दी है।
22 जून को वाशिंगटन में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में महत्त्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें शामिल है। इसी दिन प्रधानमंत्री कुछ अन्य कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे, जैसे:
- व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक स्वागत
- नेताओं और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के बीच द्विपक्षीय बैठकें
- प्रधानमंत्री का कांग्रेस में द्वितीय संबोधन
- प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में जो बाइडन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडन द्वारा औपचारिक राजकीय रात्रिभोज का आयोजन
अमेरिका में तीसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी भारत को निवेश हब बनाने के भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वाशिंगटन में चुनिंदा सीईओ के साथ एक के बाद एक बैठकें करेंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री दोपहर के भोजन के लिए अमेरिका के उप राष्ट्रपति और ब्लिंकन की मेज़बानी में लंच करेंगे। जिसके बाद वह केनेडी सेंटर में प्रमुख व्यक्तियों से बातचीत करेंगे।
हालाँकि, प्रधानमंत्री मोदी की अधिकतर यात्रा नेताओं और प्रमुख व्यक्तियों से मिलने पर ही आधारित है लेकिन इसके साथ ही वह अमेरिका में भारतीय समुदाय के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।
यात्रा का महत्त्व
भारत-अमेरिका के लिए यह यात्रा बहुत महत्त्वपूर्ण कई कारणों से हैं:
- दोनों देशों के नेताओं के बीच जुड़ाव
- आगामी वर्षों के लिए परिवर्तनकारी एजेंडे की अगली श्रृंखला के लिए निर्धारित प्रयास और उद्देश्य से द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा
- बेहतर साझेदारी को सक्षम करने के लिए एक नेटवर्क बनाने की कोशिश
साथ ही, इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर भी ज़ोर दिए जाने के सुझाव दिए गए है।भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि "रक्षा औद्योगिक सहयोग रोडमैप पर प्रगति पर चर्चा की जाएगी, जो सह-विकास और सह-उत्पादन कार्यों की साझेदारी पर एक साथ ध्यान केंद्रित करेगी।" इसके अलावा, यह एक दूसरे के साथ अधिक काम करने के लिए औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को जोड़ने पर भी ध्यान दिया जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी सहित आईटी पर भी चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी की मिस्र यात्रा
अपनी अमेरिका यात्रा के चरण बाद ही प्रधानमंत्री मोदी 24 जून को अब्देल फतह अल सिसी का आमंत्रण पर मिस्र की दो-दिवसीय यात्रा करेंगे।
यह प्रधानमंत्री मोदी की मिस्र की पहली यात्रा है। उल्लेखनीय रूप से, 1997 के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मिस्र में पहली आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा होगी। हालाँकि इसके अलावा, अन्य प्रारूप की यात्राएं हुई है।
साथ ही, इसी साल मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़त्ताह अल सीसी गणतंत्र दिवस के लिए भारत आए थे।
मिस्र में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का टाइम टेबल
प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति सीसी द्वारा गठित मिस्र के उच्च स्तरीय मंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। जिसके बाद प्रधानमंत्री मिस्र में भारतीय प्रवासियों से और प्रमुख हस्तियों से मिलेंगे।
इसके अगले दिन, भारतीय प्रधानमंत्री अल हकीम मस्जिद की यात्रा करेंगे, जो कि 11वीं सदी में बनाया गया था। इस मस्जिद के पुनर्निर्माण में वोहरा समुदाय का बड़ा हाथ है।
प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए हेलीओपोलिस युद्ध कब्र का दौरा करेंगे जहाँ प्रथम विश्व युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को दफनाया गया है।
इसी दिन, प्रधानमंत्री मोदी अल-सीसी से आधिकारिक जुड़ाव बैठक, द्विपक्षीय वार्ता, विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की भारत-वापसी होगी।