अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को इज़रायल, वेस्ट बैंक और गाज़ा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए शीर्ष इज़रायली नेताओं के साथ बात की। इस क्षेत्र में हाल के सप्ताहों में रॉकेट प्रक्षेपण, हवाई हमले और हिंसा गतिविधियों में तीव्र वृद्धि हुई है, जिसमें कमी होती नज़र नहीं आ रही। इस वजह से नेताओं द्वारा संयम बरतने और लड़ाई को समाप्त करने के लिए सभी दलों को बुलाया गया है।
अमेरिकी नीति के अनुरूप, बिडेन ने इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अपनी बातचीत में इज़रायल की सुरक्षा के लिए अपने अटूट समर्थन और उनके अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने के अधिकार के बारे में बातचीत की। बिडेन ने ज़ोर देकर कहा कि जेरूसलम शांति का स्थान होना चाहिए और प्रधानमंत्री को शहर में स्थायी शांति बहाल करने के लिए प्रोत्साहित किया। जेरूसलम में हाल ही में शेख जर्राह आस-पास इज़रायलियों द्वारा फिलिस्तीनियों को जबरन बेदख़ल करने को लेकर तनाव बढ़ गया है। इस अत्यधिक विवादास्पद मुद्दे पर इज़रायल के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे फिलिस्तीनियों ने विरोध का सहारा लिया, जिसके दौरान उनका वहाँ रहने वाले इज़रायलियों और पुलिस के साथ टकराव हुआ। रमज़ान के दौरान इज़रायल के दमनकारी प्रतिबंधों के कारण अस्थिरता बढ़ गई है, जिसके कारण सप्ताहांत में अल-अक्सा मस्जिद में हिंसक झड़पें हुईं।
बिडेन ने हमास और अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा किए गए रॉकेट हमलों की भी निंदा की, जिसमें जेरूसलम और तेल अवीव के ख़िलाफ़ हुए हमलें भी शामिल हैं। ऑस्टिन और ब्लिंकन ने अपने समकक्षों के साथ बातचीत में (साथ ही नेतन्याहू के साथ ब्लिंकन की फ़ोन में) भी ऐसा ही किया। बुधवार सुबह तक, इज़रायली सेना ने कहा कि गाज़ा के आतंकवादियों ने पिछले 38 घंटों में इज़राइल पर 1000 से अधिक रॉकेट दागे है। जवाब में, इज़रायल के रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाज़ा में एक बड़ा हवाई हमला किया। इस हमले में 14 बच्चों सहित कम से कम 56 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 300 से अधिक अन्य घायल हो गए। इज़रायल में, स्थानीय अधिकारियों का दावा है कि कम से कम छह लोग मारे गए हैं।
ब्लिंकन ने बुधवार को फिलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी बात की और वर्तमान हिंसा के कारण लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की। सचिव ने तनाव कम करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कहा कि फिलिस्तीन और इज़रायल दोनों स्वतंत्रता, गरिमा, सुरक्षा और समृद्धि के समान उपायों के पात्र हैं।
वर्तमान संकट ने इस क्षेत्र के बारे में गंभीर अंतरराष्ट्रीय चिंता को प्रेरित किया है जहाँ संभावित रूप से 2014 के इज़रायल-गाज़ा युद्ध के बाद से इतनी हिंसा नहीं देखी गयी है। मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक टोर वेन्नेसलैंड ने ट्विटर पर कहा कि "हिंसा को तुरंत बंद करें, हम पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं।" कनाडा के विदेश मंत्री मार्क गार्नेउ ने भी बुधवार को एक बयान जारी कर स्थिति पर चिंता व्यक्त की और पार्टियों से हिंसा को समाप्त करने, तनाव को ख़त्म करने, नागरिकों की रक्षा करने और अंतर्राष्ट्रीय कानून को बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया। इज़रायल के शांति से रहने और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित के अधिकार का समर्थन करते हुए, गार्नेयू ने जेरूसलम में हिंसा और शेख जर्राह और सिलवान में बस्तियों और बेदखलियों के विस्तार की निंदा यह तर्क देते हुए की कि ये कार्रवाई दो-राज्य समाधान के लिए संभावनाओं को खतरे में डालती है। इस बीच, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संघर्ष को हल करने के लिए मध्य पूर्व क्वाड की एक तत्काल बैठक का आह्वान किया- जिसमें रूस, अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ शामिल हैं।