तुर्की ने इराक और सीरिया में कुर्द ठिकानों पर दर्जनों हवाई हमले किए जिसमें चार लोग मारे गए है। हमलों ने लड़ाकू जेट और ड्रोन का उपयोग करके इराकी कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) और सीरिया की पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के प्रशिक्षण शिविरों और गोला-बारूद डिपो को निशाना बनाया।
तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसकी वायु सेना ने उत्तरी इराक में सिंजर और कराकाक क्षेत्रों और पूर्वोत्तर सीरिया में डेरिक क्षेत्र में हमले किए। मंत्रालय ने कहा कि "हमले हमारे लोगों के खिलाफ आतंकवादी हमलों को खत्म करने के लिए थे।"
मंत्रालय के अनुसार "ऑपरेशन विंटर ईगल" हमलों के ज़रिए आश्रयों, बंकरों, गुफाओं, सुरंगों, गोला-बारूद डिपो और तथाकथित मुख्यालय और आतंकवादियों से संबंधित प्रशिक्षण शिविरों को लक्षित किया गया।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, हवाई हमले में कम से कम चार लोग मारे गए। तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने कहा कि हमलों का उद्देश्य "हमारे 84 मिलियन नागरिकों और हमारी सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।" उन्होंने कहा कि तुर्की ने निर्दोष लोगों और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाने के लिए आवश्यक सावधानी बरती गयी थी।
Teröristlerin inlerini başlarına yıkan “Kış Kartalı Harekâtı” dün akşam bu saatlerde böyle başladı… 🇹🇷 pic.twitter.com/MSvGwKQCyg
— T.C. Millî Savunma Bakanlığı (@tcsavunma) February 2, 2022
अकार ने कहा, "विंटर ईगल ऑपरेशन में कई आतंकवादी मारे गए। हम परिणामों पर बारीकी से नज़र बनाए हुए हैं। आने वाले घंटों और दिनों में, हम खुफिया माध्यमों और अन्य स्रोतों से ऑपरेशन के अंतिम परिणाम प्राप्त करेंगे।"
हालांकि, सीरिया में कुर्द नेतृत्व वाले प्रशासन ने तुर्की के हमलों की निंदा की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से क्षेत्र में कुर्दों के खिलाफ अंकारा की "आतंकवादी आक्रामकता" की निंदा करने का आह्वान किया। इसमें कहा गया है कि हमले कुर्द सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) द्वारा इस महीने की शुरुआत में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा कब्जा की गई जेल पर वापस कब्जा लेने के कुछ ही दिनों बाद हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह आक्रामकता एक स्पष्ट संकेत है कि तुर्की दाएश की [इस्लामिक स्टेट] विफलता से खुश नहीं है।
इराक स्थित पीकेके 1984 से तुर्की राज्य के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में लगा हुआ है और इसके बाद हुई हिंसा में अब तक 40,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कुर्द तुर्की, इराक, सीरिया और ईरान के पहाड़ी क्षेत्रों में प्रतिनिधित्व वाला एक जातीय समूह है। पिछले कुछ दशकों में, उन्होंने एक अलग मातृभूमि और आत्मनिर्णय की मांग के लिए कई अभियान चलाए हैं। अलगाववाद और एक संप्रभु राज्य के लिए कुर्द लड़ाई ने अंकारा को कई कुर्द संगठनों को बाहर करने और पीकेके को एक आतंकवादी समूह घोषित करने के लिए प्रेरित किया।
अंकारा उत्तरी सीरिया में पीकेके के सीरियाई संबद्ध समूह, पीपुल्स प्रोटेक्शन फोर्स (वाईपीजी) के खिलाफ भी खड़ा है। सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेस और वाईपीजी सहित कुर्द आतंकवादियों को क्षेत्र से हटाने के लिए तुर्की ने 2016 से उत्तरी सीरिया पर कब्जा कर लिया है। 2019 में, तुर्की ने अपने सीरियाई सहयोगियों के साथ, इस क्षेत्र में कुर्द आतंकवादियों के खिलाफ पूर्वोत्तर सीरिया में एक बड़ा आक्रमण शुरू किया, जिसे ऑपरेशन पीस स्प्रिंग के रूप में जाना जाता है।