यूक्रेन वार्ता से पहले रूस के ख़िलाफ़ अमेरिका और यूरोप एकजुट हुए

अमेरिका और जर्मनी ने दोहराया कि अगर रूस यूक्रेन के प्रति अपने शत्रुतापूर्ण कार्यवाही को जारी रखता है तो वह रूस के ख़िलाफ़ गंभीर परिणाम और अधिक लागत वाली कार्यवाही करने के लिए तैयार हैं।

जनवरी 21, 2022
यूक्रेन वार्ता से पहले रूस के ख़िलाफ़ अमेरिका और यूरोप एकजुट हुए
German Foreign Minister Annalena Baerbock (Centre Right) and US Secretary of State Antony Blinken (R) met officials from the UK and France at the Transatlantic Quad meet.
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जिनेवा में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ राजनयिक वार्ता के एक और दौर से एक दिन पहले, गुरुवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए अपने संयुक्त समर्थन की पुष्टि करने के लिए जर्मनी में अमेरिका के यूरोपीय सहयोगियों के साथ मुलाकात की।

ब्लिंकन ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें उन्होंने वाशिंगटन-बर्लिन संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की, विशेष रूप से यूरोप में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के आलोक में। ब्लिंकन और स्कोल्ज़ ने यूक्रेन के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की, यह कहते हुए कि वह वह रूस के ख़िलाफ़ गंभीर परिणाम और अधिक लागत वाली कार्यवाही करने के लिए तैयार हैं यदि यह यूक्रेन के प्रति अपने शत्रुतापूर्ण कार्यवाही को जारी रखता है। दोनों ने चीन के खतरे पर भी चर्चा की और ईरान परमाणु समझौता वार्ता पर भी तत्काल चर्चा करने की बात कही।

ट्रान्साटलांटिक क्वाड मीटिंग में हुए विचार-विमर्श पर चर्चा करने के लिए जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने ब्लिंकन के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। क्वाड में यूएस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं ,यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल भी वार्ता के लिए उपस्थित थे। बैरबॉक ने कहा कि गुरुवार की बैठक का उद्देश्य पश्चिम और रूस के बीच पिछले सप्ताह के राजनयिक जुड़ाव के बाद मास्को के संबंध में भविष्य के कदम तय करना था।

उन्होंने कहा कि "यूक्रेन में संकट से बाहर निकलने का एकमात्र तरीका कूटनीति के माध्यम से है, यह कम नहीं बल्कि यूरोप की शांतिपूर्ण व्यवस्था के संरक्षण के बारे में है।" इसके अलावा, बैरबॉक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बर्लिन और पेरिस नॉर्मंडी प्रारूप के माध्यम से रूस के साथ राजनयिक जुड़ाव के इच्छुक हैं, जिसमें रूस, यूक्रेन, फ्रांस और जर्मनी शामिल हैं।

ब्लिंकन ने बैरबॉक की टिप्पणियों का स्वागत किया और कहा कि वाशिंगटन अपने सभी यूरोपीय सहयोगियों को रूस के साथ पिछले सप्ताह की बातचीत और बुधवार को यूक्रेन के साथ बैठक के बारे में बताने के लिए काम कर रहा है। ब्लिंकन ने ज़ोर देकर कहा कि अमेरिका यूरोपीय भागीदारों के साथ परामर्श कर रहा है जिसमें जी 7, यूरोपीय संघ, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो), यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) और बुखारेस्ट शामिल हैं। ब्लिंकन ने यह भी पुष्टि की कि रूस की प्रमुख पाइपलाइन नॉर्ड स्ट्रीम 2 से गैस नहीं दी जा रही है, यह देखते हुए कि यह रूस के खिलाफ अमेरिका और यूरोप के पास यह लाभ की स्थिति है।

यूक्रेन के प्रति रूस की सैन्य आक्रामकता पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को बैरबॉक ने रूस में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। लावरोव के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में, बैरबॉक ने कहा कि यूक्रेन की सीमा पर रूस की 100,000 सैनिकों को इकठ्ठा करने के लिए कोई समझ में आने वाला कारण नहीं था, यह कहते हुए कि सैन्य बढ़ोतरी को खतरे के रूप में नहीं लेना मुश्किल है। हालांकि, यूरोपीय संघ के भीतर "रूस विरोधी" भावनाओं के लावरोव के दावों के बावजूद, बैरबॉक और लावरोव दोनों ने 2014 मिन्स्क प्रोटोकॉल को लागू करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की।

अमेरिका, नाटो-रूस परिषद और ओएससीई के साथ पिछले सप्ताह के राजनयिक जुड़ाव पर चर्चा करने के लिए ब्लिंकन शुक्रवार को लावरोव से मुलाकात करेंगे।

लेखक

Statecraft Staff

Editorial Team